Saturday, 5 January 2013

अब बाहर जाने से क्या फायदा



संता और बंता की एक ही दिन शादी हुई. दोनों हनीमून मनाने के लिए एक साथ हिल स्टेशन गए.
होटल में उन्हें अगल-बगल में ही कमरे मिल गए. रात को डिनर के बाद जब दोनों जोड़े अपने कमरों की तरफ जा रहे थे, अचानक बिजली चली गई और अँधेरा छा गया.
जैसे-तैसे टटोलते-टटोलते दोनों जोड़े अपने-अपने कमरों में पहुंचे और सोने की तैयारी करने लगे.
संता धार्मिक प्रवृत्ति का इंसान था और हमेशा सोने से पहले दस मिनट प्रार्थना किया करता था. प्रार्थना समाप्त कर जैसे ही वह बिस्तर की ओर बढ़ा, बिजली गई.
कमरे में प्रकाश होते ही संता यह देखकर दंग रह गया कि बिस्तर पर उसकी नहीं बल्कि बंता की पत्नी लेटी हुई थी. उसे देखकर संता फ़ौरन कमरे से बाहर जाने लगा.
संता को जाते देख बंता की पत्नी बोली – “अब बाहर जाने से क्या फायदा …. बंता तो सोने से पहले प्रार्थना करता नहीं !”

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