खामोश सांसो में सुन तेरा शौर है
बीता वक़्त तेरा मैं, तू मेरा हर दौर हैतू लब है अगर तो दबी हर बात हूँ मैं ।
बस इतना सा कह दो कि पास हूँ मैं ।।
हर गजल का प्यार से आगाज़ होना चाहिए, शेर कहने का यही अंदाज होना चाहिए। दोस्तों की दोस्ती पर नाज होना चाहिए, दुश्मनों से प्यार का आगाज हो...
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