संता - तेरे कुत्ते ने मेरी किताब फाड़ दी !
बंता - मैं उसे अभी सजा देता हूँ.
संता - मैंने सजा दे दी.
बंता – कैसे ?
संता – मैं उसकी कटोरी का दूध पी गया … !!!
हर गजल का प्यार से आगाज़ होना चाहिए, शेर कहने का यही अंदाज होना चाहिए। दोस्तों की दोस्ती पर नाज होना चाहिए, दुश्मनों से प्यार का आगाज हो...
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