बेटा – “पापा, 10 रुपये देना गरीब को देना है …!”
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पापा – “कहां है गरीब … ?”
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बेटा – “बेचारा बाहर धूप में आइसक्रीम बेच रहा है … !”
हर गजल का प्यार से आगाज़ होना चाहिए, शेर कहने का यही अंदाज होना चाहिए। दोस्तों की दोस्ती पर नाज होना चाहिए, दुश्मनों से प्यार का आगाज हो...
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